घटक द्रव्य रससिंदूर कान्त लोडअम बंग भक्त
माम ताम्र भस्म, अभ्रक भस्म, तीक्ष्ण लौह भस्म सौंठ, कालीमिर्च
प्रत्येक 100 भावना त्रिफला, त्रिकटु समात् चित्रक
सहजना, कूठ, आँवला, कुचला, आक, धतूरा और अदरक रस की उन्न
भादना।
गुणधर्म : सर्वांगयात्, अर्धांगवात एवं सायटिका में उपयोगी। अर्थात के
कारण शरीर के सभी अंगों को लकवा मार जाना, आधे शरीर पर
सायटिका नर्व पर मेरूदंड के दबाव के कारण दर्द होता है
कुलों से जांघों की ओर जाता हुआ महसूस होता है में लाभदायक
माझा : 1-1 टेबलेट सुबह-शाम अथवा चिकित्सक के परा
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